


नर्मदापुरम, जिले की कलेक्टर सोनिया मीणा को दिल्ली में राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें 'सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ' नामक अभिनव पहल के लिए मिला। इस पहल से सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिली। दिल्ली के हैवीवेट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में स्कॉच ग्रुप के वाइस अध्यक्ष डॉक्टर गुरुशरण धंजाल ने उन्हें यह पुरस्कार दिया। इस मौके पर कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
स्कूल में बच्चों की हाजिरी बढ़ाने के लिए पहल
नर्मदापुरम जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों की हाजिरी बढ़ाने के लिए 'सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ' अभियान शुरू किया गया था। इस अनोखे प्रयास के लिए जिला शिक्षा केंद्र नर्मदापुरम को राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड से नवाजा गया है। यह पुरस्कार नवाचार और इसके प्रभाव को दर्शाता है।
दिल्ली जाकर लिया पुरस्कार
दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में कलेक्टर सोनिया मीणा और डीपीसी डॉ. राजेश जायसवाल ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रहण किया। स्कॉच ग्रुप के वाइस अध्यक्ष डॉ. गुरुशरण धंजाल ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर एवरस्टोन ग्रुप की रणनीति और समूह प्रमुख जनरल काउंसिल प्रतिभा जैन, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन और स्कॉच लॉ ऑफिस के काउंसिल आदित्य श्रीनिवासन भी मौजूद थे।
क्या है सीटी बजाओ, बच्चे बुलाओ
'सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ' अभियान की शुरुआत ग्रामीण इलाकों से हुई थी। जिले के 115 गांवों में इसे लागू किया गया। इस अभियान के कारण प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में 70 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई। यह अभियान बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अनूठा तरीका है। इसमें सीटी बजाकर बच्चों को स्कूल बुलाया जाता है।